पक्की सड़क का इंतजार खत्म ढाणी बरवा गांव के लिए यह सोमवार ऐतिहासिक रहा, क्योंकि आजादी के 75 साल बाद पहली बार यहां पक्की सड़क बनने जा रही है। डूंगरपुर के सागवाड़ा विधायक शंकरलाल डेचा ने 3 किलोमीटर लंबी सड़क का शिलान्यास किया, जिस पर ₹1.60 करोड़ की लागत आएगी। यह सड़क ढाणी बरवा से बनकोड़ा तक बनाई जाएगी, जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में भारी राहत मिलेगी। ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग अब पूरी हो रही है। इस परियोजना से ना सिर्फ विकास को गति मिलेगी, बल्कि आदिवासी क्षेत्र के लिए सरकार की प्राथमिकता भी साफ झलकती है। पढ़िए इस प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी और इसके सामाजिक प्रभाव के बारे में —
ढाणी बरवा पक्की सड़क प्रोजेक्ट: 75 साल बाद बदलेगा गांव का नक्शा
ढाणी बरवा को 75 साल बाद मिली सौगात, सागवाड़ा विधायक ने किया शिलान्यास बरवा गांव अब विकास की मुख्यधारा से जुड़ने जा रहा है।
आजादी के 75 वर्षों बाद पहली बार इस क्षेत्र में पक्की सड़क बनने जा रही है, जिससे सैकड़ों ग्रामीणों को राहत मिलेगी।
सड़क निर्माण का शिलान्यास सोमवार को सागवाड़ा विधायक शंकरलाल डेचा ने किया।
ढाणी बरवा पक्की सड़क प्रोजेक्ट: लागत, लंबाई और मार्ग विवरण
ढाणी बरवा पक्की सड़क की विशेषताएं: पक्की सड़क का इंतजार खत्म
विवरण | जानकारी |
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कुल लागत | ₹1.60 करोड़ |
सड़क की लंबाई | 3 किलोमीटर |
निर्माण स्थान | ढाणी बरवा से बनकोड़ा तक |
शिलान्यासकर्ता | सागवाड़ा विधायक शंकरलाल डेचा |
उपस्थित गणमान्य | प्रधान ईश्वर चरपोटा |
पक्की सड़क ढाणी बरवा पक्की सड़क: ग्रामीणों की लंबी प्रतीक्षा हुई पूरी
- गांव में दशकों से सड़क की मांग उठती रही थी।
- बरसात के दिनों में कीचड़ और फिसलन से ग्रामीण परेशान रहते थे।
- मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में खासी दिक्कत आती थी।
- अब गांव से शहर तक की दूरी कम हो जाएगी, और समय की बचत होगी।
ढाणी बरवा पक्की सड़क के साथ विकास की अन्य योजनाएं
वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान का प्रचार
विधायक ने मौके पर वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान की जानकारी भी दी।
उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे इस मुहिम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और जल संरक्षण को अपनी जिम्मेदारी समझें।
यह अभियान आदिवासी क्षेत्रों में जल संकट को दूर करने की दिशा में बड़ा कदम है।
ढाणी बरवा पक्की सड़क का संभावित सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
इस सड़क निर्माण से मिलने वाले लाभ:
- गांवों से शहर तक बेहतर कनेक्टिविटी
- रोजगार के नए अवसर
- स्वास्थ्य सेवाओं तक आसान पहुंच
- स्कूली बच्चों के लिए सुरक्षित यात्रा
- खेती और व्यापार में सहूलियत
ढाणी बरवा पक्की सड़क से जुड़े 5 जरूरी तथ्य
- यह गांव आजादी के बाद पहली बार सड़क सुविधा से जुड़ रहा है।
- यह सड़क केवल कच्चे रास्तों का विकल्प नहीं, बल्कि भविष्य की नींव है।
- विधायक और प्रशासन दोनों की भूमिका सराहनीय रही है।
- इस प्रोजेक्ट के जरिए भाजपा सरकार ने जनजातीय क्षेत्र को प्राथमिकता दी है।
- यह विकास आदिवासी समुदाय की जिंदगी को बदलने वाला साबित हो सकता है।