एंबुलेंस में शराब तस्करी चित्तौड़गढ़ से गुजरात के लिए निकली एक एंबुलेंस को रतनपुर बॉर्डर पर बिछीवाड़ा पुलिस ने रोका तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। एंबुलेंस की सीटों के नीचे बने चैंबर में छिपाई गई थीं शराब की 10 पेटियां। पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया है जबकि उसका साथी मौके से फरार हो गया। यह पहली बार है जब शराब की तस्करी के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल किया गया। पूरी घटना राजस्थान-गुजरात सीमा पर हाईवे 48 के पास हुई। इस रिपोर्ट में जानिए कैसे पुलिस ने नाकाबंदी कर इस हाई-प्रोफाइल तस्करी का पर्दाफाश किया। जानिए तस्करों की चालाकी, पुलिस की सतर्कता और पूरी कार्रवाई की इनसाइड स्टोरी।
एंबुलेंस में शराब तस्करी एंबुलेंस में: बिछीवाड़ा पुलिस की कार्रवाई से खुला बड़ा रैकेट
चित्तौड़गढ़ के दो युवक गुजरात शराब पहुंचाने के लिए एंबुलेंस जैसी इमरजेंसी सेवा का गलत इस्तेमाल कर रहे थे। लेकिन बिछीवाड़ा पुलिस की सजगता से उनका प्लान ध्वस्त हो गया।
एंबुलेंस में शराब तस्करी: चित्तौड़गढ़ से गुजरात ले जा रहे थे शराब मुखबिर की सूचना पर शुरू हुई नाकाबंदी
- पुलिस को मुखबिर से खबर मिली कि एक एंबुलेंस में शराब की पेटियां भरकर गुजरात भेजी जा रही हैं।
- सूचना मिलते ही बिछीवाड़ा थानाधिकारी कैलाश सोनी के नेतृत्व में रतनपुर बॉर्डर पर नेशनल हाइवे-48 पर नाकाबंदी की गई।
शराब तस्करी एंबुलेंस में: कैसे हुआ भंडाफोड़
- सुबह एक सफेद एंबुलेंस तेज रफ्तार से आती दिखाई दी।
- वाहन पर नीली बत्ती लगी थी और यह उदयपुर पासिंग नंबर की थी।
- पुलिस ने रुकने का इशारा किया लेकिन चालक ने नजरअंदाज कर दिया।
- 30 मीटर आगे लगे अवरोधक पर गाड़ी रुकवाई गई।
तस्कर भागा, एक गिरफ्तार
- एंबुलेंस में बैठा दूसरा युवक हाईवे पार कर कांटेदार झाड़ियों की ओर भाग गया।
- पुलिस ने पीछा किया लेकिन वह हाथ नहीं आया।
- चालक भूपेंद्र सिंह पुत्र हरिसिंह सिसोदिया (निवासी, चित्तौड़गढ़) को गिरफ्तार किया गया।
सीटों के नीचे छिपी थीं शराब की पेटियां
- एंबुलेंस के अंदर सीटों के नीचे बने चैंबर में छिपाई गई थीं 10 पेटियां शराब।
- यह मामला इसलिए और गंभीर बन गया क्योंकि एंबुलेंस का उपयोग आमतौर पर मरीजों को ले जाने के लिए किया जाता है।
तस्करी में इस्तेमाल हुआ वाहन और नेटवर्क
विवरण | जानकारी |
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वाहन प्रकार | एंबुलेंस वैन (नीली बत्ती सहित) |
चालक का नाम | भूपेंद्र सिंह सिसोदिया |
फरार साथी | लोकेश हरिजन (निवासी: डूंगला) |
शराब की मात्रा | 10 पेटियां |
कार्रवाई स्थान | रतनपुर बॉर्डर, बिछीवाड़ा |
थाना | बिछीवाड़ा पुलिस थाना |
एंबुलेंस से शराब तस्करी: क्यों है यह मामला गंभीर?
- एंबुलेंस को इमरजेंसी सेवाओं में रखा जाता है, ऐसे में इसका दुरुपयोग समाज के लिए बड़ा खतरा है।
- यह पहली बार है जब बिछीवाड़ा पुलिस ने एंबुलेंस में शराब तस्करी पकड़ी है।
- इस घटना ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है कि अब तस्कर पारंपरिक तरीकों की जगह हाई-प्रोफाइल ट्रिक्स अपना रहे हैं।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच जारी
- पुलिस ने आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
- फरार आरोपी की तलाश जारी है।
- पुलिस यह भी पता लगा रही है कि क्या इस तस्करी के पीछे कोई बड़ा नेटवर्क सक्रिय है।