डूंगरपुर में गिव अप अभियान के तहत अब तक 2900 अपात्र परिवारों ने स्वेच्छा से राशन कार्ड से अपने नाम हटवा दिए हैं। यह जानकारी शुक्रवार को वागड़ गांधी वाटिका में आयोजित बैठक में जिला रसद अधिकारी मणिलाल खीची ने दी।
बैठक में जिले के सभी राशन डीलरों को बुलाया गया था, जहां ‘गिव अप’ अभियान की प्रगति की समीक्षा की गई। जिला रसद अधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जो परिवार पात्र नहीं हैं लेकिन अब भी एनएफएसए (NFSA) सूची में शामिल हैं, उन्हें तत्काल चिह्नित कर उनके नाम हटवाएं। सरकार ने इस अभियान की समय-सीमा को 31 मई तक बढ़ा दिया है, ताकि अपात्र परिवार खुद आगे आकर नाम कटवा सकें।
बचे हुए अपात्रों की होगी पहचान
रसद विभाग ने राशन डीलरों को यह जिम्मेदारी दी है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में बच गए अपात्र लाभार्थियों की पहचान करें। डीलरों को कहा गया है कि यदि कोई परिवार सरकारी सेवा में है, आर्थिक रूप से सक्षम है, दो से अधिक वाहन हैं, या जिनकी आय निर्धारित सीमा से अधिक है — तो वे एनएफएसए के पात्र नहीं हैं।
पीडीएस सुधार और आधार सीडिंग पर भी हुई चर्चा
बैठक में केवल ‘गिव अप अभियान’ ही नहीं, बल्कि PDS (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) में सुधार, NFSA में नए पात्र नाम जोड़ने की प्रक्रिया और आधार सीडिंग जैसे विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
रसद अधिकारी ने बताया कि जल्द ही राशन की दुकानों पर “अन्नपूर्णा भंडार” की स्थापना भी की जाएगी, जहां पर उपभोक्ताओं को जरूरी घरेलू वस्तुएं भी उचित दरों पर मिलेंगी।
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डीलरों का बकाया कमीशन जल्द मिलेगा
बैठक में मौजूद राशन डीलरों ने अपने चार माह के बकाया कमीशन का मुद्दा उठाया। इस पर जिला रसद अधिकारी ने भरोसा दिलाया कि सरकार से बजट प्राप्त हो चुका है और जल्द ही सभी डीलरों को बकाया राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।

डूंगरपुर में गिव अप अभियान के तहत जिलेभर से राशन डीलर रहे मौजूद
इस महत्वपूर्ण बैठक में निरीक्षक विपिन जैन सहित जिलेभर से राशन डीलर उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य था:
- ‘गिव अप अभियान’ को और प्रभावी बनाना
- पारदर्शी वितरण सुनिश्चित करना
- अपात्रों को बाहर कर योग्य परिवारों तक लाभ पहुंचाना