डूंगरपुर में दिनदहाड़े महिला दुकानदार से लूट,, बदमाश गुटखा लेने के बहाने घुसे और बाइक से फरार हो गए, पुलिस जांच में जुटी। राजस्थान के जनजातीय क्षेत्र डूंगरपुर में एक बार फिर अपराधियों के हौसले बुलंद नजर आए। शुक्रवार शाम को धंबोला थाना क्षेत्र के बांसिया गांव में एक महिला दुकानदार से दिनदहाड़े सोने की चेन लूटने की वारदात सामने आई। बदमाशों ने गुटखा खरीदने का बहाना बनाकर पहले महिला को झांसा दिया और फिर कुछ ही सेकंड में उसकी गले से चेन छीनकर फरार हो गए।
डूंगरपुर में दिनदहाड़े महिला दुकानदार से लूट घटना की पूरी जानकारी
यह वारदात बस स्टैंड के पास कंगन प्रोविजन स्टोर की है, जिसकी मालकिन सीमा कलाल हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दो युवक बाइक पर सवार होकर दुकान के पास पहुंचे। उनमें से एक युवक दुकान के अंदर गुटखा खरीदने के बहाने घुसा, वहीं दूसरा बाहर बाइक स्टार्ट किए खड़ा रहा। जैसे ही सीमा ने गुटखा देने के लिए नीचे झुकी, एक युवक ने झटपट गले की सोने की चेन छीन ली और दोनों बदमाश मौके से फरार हो गए।
महिला ने की शोरगुल, ग्रामीणों ने किया पीछा
चेन छीनते ही सीमा कलाल ने जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। आवाज सुनकर आसपास के दुकानदार और ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और बदमाशों का पीछा भी किया। लेकिन दोनों आरोपी पावरफुल बाइक की मदद से तेज रफ्तार में निकल गए और मेवड़ा-अंबाडा मार्ग की ओर भाग निकले।
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की सूचना मिलते ही धंबोला थानाधिकारी मोहम्मद रिजवान खान पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके की बारीकी से जांच की और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया है। पुलिस का दावा है कि उन्हें कुछ अहम सुराग मिले हैं और जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होंगे।
सीसीटीवी फुटेज बना अहम सबूत
घटना स्थल के पास स्थित दुकानों और घरों में लगे CCTV कैमरे इस केस में अहम कड़ी साबित हो सकते हैं। पुलिस ने कई फुटेज इकट्ठा कर लिए हैं, जिनमें से एक में दो संदिग्ध युवक बाइक पर सवार दिखाई दे रहे हैं। उनका चेहरा आंशिक रूप से ढका हुआ है, लेकिन बाइक की पहचान से सुराग मिलने की उम्मीद है।

डरे हुए हैं स्थानीय व्यापारी
इस घटना के बाद बांसिया और आसपास के दुकानदारों में डर का माहौल है। महिला दुकानदारों में खासकर असुरक्षा की भावना देखने को मिल रही है। व्यापारी संगठनों ने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है।
लूट की यह है प्लानिंग का हिस्सा?
पुलिस का मानना है कि यह वारदात पूर्व नियोजित (pre-planned) थी। बदमाशों ने दिन और समय का चुनाव सोच-समझकर किया था, जब बाजार में हलचल कम थी और सीमा अकेली थी। यह भी संभव है कि आरोपी पहले से दुकान की रेकी कर चुके हों।