डूंगरपुर में गर्मी से बढ़ेगा जल संकट, 133 गांवों के 348 ढाणियों में पेयजल आपूर्ति की योजना

डूंगरपुर में गर्मी से बढ़ेगा जल संकट : डूंगरपुर जिले में इस बार गर्मियों के दौरान पेयजल संकट गहराने की संभावना है। जलदाय विभाग ने अनुमान लगाया है कि 15 मई से जिले के 133 गांवों के 348 ढाणियों में पानी की किल्लत हो सकती है। इस संकट से निपटने के लिए जल आपूर्ति विभाग ने टैंकरों के माध्यम से पानी पहुंचाने की योजना बनाई है, जिस पर 1 करोड़ 27 लाख रुपये से अधिक की राशि खर्च होगी। इसके अलावा, वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कुओं और हैंडपंपों से भी जल आपूर्ति करने की योजना तैयार की गई है।

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डूंगरपुर में जल संकट से जुड़ी मुख्य बातें:

  • 348 ढाणियों में जल संकट: 133 गांवों में पानी की किल्लत की संभावना।
  • टैंकरों से जल आपूर्ति: 15 मई से टैंकरों के जरिए पानी पहुंचाने की योजना।
  • 1.27 करोड़ रुपये का बजट: जल संकट से निपटने के लिए विभाग ने प्रस्तावित किया बजट।
  • प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 10 हैंडपंप और 5 ट्यूबवेल: नई जल संरचनाओं के लिए सरकार का निर्देश।
  • जल आपूर्ति में कमी: पूरे जिले में हर 48 घंटे में जल आपूर्ति की जा रही है।
  • डैमों में पानी की स्थिति: डिमिया डैम में 23 फीट और एडवर्ड समंद डैम में 22 फीट पानी बचा।

जल संकट को लेकर विभाग की तैयारियां

जलदाय विभाग के एक्सईएन मूलचंद रौत के अनुसार, इस बार गर्मी में जल संकट से निपटने के लिए व्यापक कार्य योजना बनाई गई है। जिले में डूंगरपुर शहर के अलावा डोवड़ा, बीछीवाड़ा, सिमलवाड़ा, छीखली, झोंथरी, सागवाड़ा और गालियाकोट ब्लॉक में भी पानी की कमी हो सकती है। भूजल स्तर के और अधिक गिरने से टैंकरों की जरूरत मई के मध्य से महसूस की जाएगी।

जल आपूर्ति के लिए बजट और योजनाएं

1. टैंकरों से जल आपूर्ति का बजट:

जल संकट से निपटने के लिए 1 करोड़ 27 लाख 26 हजार रुपये का बजट प्रस्तावित किया गया है।

2. जल संकट से निपटने के अन्य उपाय:

  • 104 लाख रुपये के 25 कार्य: इनमें पंप सेट बदलना, कुओं की खुदाई, छोटी पाइपलाइनों को बदलने जैसे कार्य शामिल हैं।
  • हैंडपंप और ट्यूबवेल: प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 10 नए हैंडपंप और 5 ट्यूबवेल लगाने की योजना बनाई गई है।
  • सौर ऊर्जा आधारित जल टैंक: ट्यूबवेलों पर सोलर वॉटर टैंक लगाए जाएंगे।

डूंगरपुर के प्रमुख जल स्रोतों की स्थिति

डूंगरपुर शहर के लिए मुख्य जल स्रोत डिमिया और एडवर्ड समंद डैम हैं। इनकी जलभराव क्षमता 29 फीट है, लेकिन वर्तमान में डिमिया डैम में 23 फीट और एडवर्ड समंद डैम में 22 फीट पानी बचा है। यदि गर्मी में बारिश नहीं हुई तो जल संकट और अधिक गहरा सकता है।

पानी की आपूर्ति में देरी और टेंडर की स्थिति

  • जल आपूर्ति के लिए 11 मार्च को टैंकरों के टेंडर निकाले गए थे, लेकिन कोई भी ठेकेदार इसमें शामिल नहीं हुआ।
  • अब टेंडर की दरों में 10% की बढ़ोतरी कर नए सिरे से प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

किस ब्लॉक में कितनी ढाणियों में पानी की आवश्यकता?

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ब्लॉकढाणियों की संख्या
डूंगरपुर40
सिमलवाड़ा43
छीखली31
डोवड़ा82
बीछीवाड़ा40
झोंथरी37
सागवाड़ा45
गालियाकोट30

FAQ: डूंगरपुर में जल संकट से जुड़े आम सवाल

1. जल संकट से निपटने के लिए सरकार क्या कर रही है?

सरकार ने 133 गांवों में टैंकरों से जल आपूर्ति की योजना बनाई है और नई जल संरचनाओं जैसे हैंडपंप और ट्यूबवेलों की स्थापना की जा रही है।

2. टैंकरों से जल आपूर्ति कब से शुरू होगी?

जलदाय विभाग ने 15 मई से जल संकट वाले क्षेत्रों में टैंकरों से जल आपूर्ति की योजना बनाई है।

3. क्या जल संकट केवल गांवों में है?

नहीं, डूंगरपुर शहर में भी जल संकट की संभावना है। कुछ इलाकों में पानी 3-4 दिन में एक बार मिल रहा है।

4. जल स्रोतों की वर्तमान स्थिति क्या है?

डूंगरपुर के प्रमुख जल स्रोत डिमिया और एडवर्ड समंद डैम में पानी का स्तर क्रमशः 23 फीट और 22 फीट है, जो कि उनकी कुल क्षमता (29 फीट) से 6-7 फीट कम है।

निष्कर्ष : डूंगरपुर में गर्मी से बढ़ेगा जल संकट

डूंगरपुर में बढ़ती गर्मी के साथ जल संकट गहराने की संभावना है। जलदाय विभाग ने इस संकट से निपटने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं, जिनमें टैंकरों से जल आपूर्ति, नई जल संरचनाओं की स्थापना और अन्य जल संरक्षण परियोजनाएं शामिल हैं। हालांकि, समस्या के दीर्घकालिक समाधान के लिए जल संरक्षण और भूजल पुनर्भरण जैसी स्थायी रणनीतियों को अपनाना आवश्यक है।


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