डूंगरपुर राजस्थान में कला संकाय में द्वितीय स्थान और डूंगरपुर में प्रथम स्थान प्राप्त कर बढ़ाया कलाल समाज का मान सफलता का स्वाद वही जानता है जिसने मेहनत की हो।
इसी कथन को सच कर दिखाया है नैंसी कलाल (रानू कलाल), पुत्री श्री ईश्वरलाल जी कलाल, निवासी सरेरा ने, जिन्होंने हाल ही में घोषित बोर्ड परीक्षा में 99.40% अंकों के साथ डूंगरपुर जिले में प्रथम स्थान तथा राजस्थान राज्य के कला संकाय में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।
नैंसी ने यह शानदार उपलब्धि गुरुकुल विद्यालय, डूंगरपुर से अध्ययन करते हुए हासिल की है। वे मूलतः सरेरा की निवासी हैं, परंतु वर्तमान में अपने ननिहाल माडा (उदयलाल जी कलाल) के यहाँ रहकर अध्ययनरत थीं। उनका यह संघर्ष, समर्पण और अनुशासन आज पूरे समाज के लिए प्रेरणा बना है।
कलाल समाज का गर्व बनीं नैंसी
नैंसी की इस उपलब्धि ने न केवल उनके माता-पिता और विद्यालय को, बल्कि पूरे कलाल समाज को गौरवांवित किया है। मोड मेवाड़ा कलाल समाज सेवा संस्थान, डूंगरपुर की ओर से नैंसी और उनके परिवार को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी गई हैं।
इस अवसर पर संस्थान ने कहा:
“नैंसी ने यह साबित कर दिया है कि बेटियाँ अगर ठान लें तो हर लक्ष्य को पा सकती हैं। समाज को आप पर गर्व है। भगवान सहस्रबाहु आपकी हर लक्ष्य पूर्ति में मार्गदर्शक बनें।”
अगला लक्ष्य: IAS अधिकारी बनना
नैंसी का अगला सपना भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में चयनित होना है, जिसके लिए वे अब पूरी तरह समर्पित हैं। वे कहती हैं:
“मेरी यह सफलता मेरी मेहनत, गुरुजनों के मार्गदर्शन और परिवार के समर्थन का परिणाम है। अब मेरा अगला लक्ष्य IAS बनकर समाज की सेवा करना है।”
नैंसी ने 99.40% अंक के साथ जिले में किया टॉप
विषय | विवरण |
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विद्यार्थी का नाम | नैंसी कलाल (रानू कलाल) |
पिता का नाम | श्री ईश्वरलाल जी कलाल |
मूल निवास | सरेरा |
वर्तमान निवास | माडा (ननिहाल) |
विद्यालय | गुरुकुल विद्यालय, डूंगरपुर |
अंक प्रतिशत | 99.40% |
जिले में स्थान | प्रथम |
राज्य में स्थान (कला संकाय) | द्वितीय |
लक्ष्य | IAS अधिकारी बनना |