डूंगरपुर में हीटवेव अलर्ट : राजस्थान के डूंगरपुर जिले में गर्मियों की भीषण लहर यानी हीट वेव से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने सभी ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण वीडियो कांफ्रेंस बैठक की, जिसमें हीट वेव से निपटने की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा हुई। आइए जानते हैं इस बैठक में क्या निर्णय लिए गए और जनता को किस प्रकार राहत दी जाएगी।
जल संकट वाले क्षेत्रों की पहचान और समाधान
पिछली बार जल संकट झेल चुके क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
- सभी एसडीएम और तहसीलदारों को अपने क्षेत्र के उन गांवों और इलाकों की पहचान करने को कहा गया है, जहाँ पिछली बार जल संकट उत्पन्न हुआ था।
- इन क्षेत्रों में पहले से पानी की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
सभी जल स्रोतों का निरीक्षण
- सभी जल स्रोतों की स्थिति का निरीक्षण किया जाएगा।
- यदि कोई हैंडपंप खराब है या जल स्रोत सूख चुका है, तो उसकी मरम्मत तुरंत करवाई जाएगी।
पीएचईडी की भूमिका
- पीएचईडी (जन स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग) को निर्देश दिए गए हैं कि:
- सभी हैंडपंप चालू हालत में रहें।
- जल स्रोतों की सफाई के लिए दवाओं का छिड़काव करें।
- ग्राम पंचायतों के साथ मिलकर खराब हैंडपंपों की मरम्मत सुनिश्चित करें।
निर्बाध बिजली सप्लाई की व्यवस्था
- विद्युत निगम को सभी केवी चालू रखने और पीएचईडी को निर्बाध बिजली सप्लाई देने के निर्देश मिले हैं।
- कोई भी तकनीकी खराबी होने पर तुरंत समाधान किया जाए।
- सभी अधिकारी व कर्मचारी फोन रिसीव करें ताकि आमजन को कोई समस्या न हो।
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चिकित्सा व्यवस्था और हीट वेव से सुरक्षा
सभी सीएचसी व पीएचसी पर:
- बेड, आइस पैक और ओआरएस घोल की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
- चिकित्सा संस्थानों का नोडल अधिकारी हर सप्ताह निरीक्षण करें।
- रैपिड टीम और कंट्रोल रूम की जानकारी सार्वजनिक की जाए।
सामूहिक आयोजनों पर निगरानी
- सामूहिक भोज या अन्य आयोजनों में:
- खाद्य जांच और मेडिकल टीम की उपस्थिति अनिवार्य होगी।
- सूचना देना अनिवार्य होगा।
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम को इसकी जिम्मेदारी दी गई है।
स्कूल और छात्रावासों में व्यवस्था
शिक्षा विभाग को निर्देश:
- सभी स्कूलों में मटकों में ठंडा पानी उपलब्ध कराया जाए।
- पंखे चालू रहें।
- नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों से संपर्क में रहें।
- खुले में कोई आयोजन न किया जाए।
जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग:
- छात्रावासों में वाटर कूलर या मटकों में ठंडा पानी।
- समय पर भोजन उपलब्ध कराना।
- छात्रावासों में खुले में आयोजन पर रोक।
अन्य प्रमुख दिशा-निर्देश
- मनरेगा स्थलों पर छाया, पानी और मेडिकल किट की व्यवस्था।
- सभी जल स्रोतों का सर्वे, खराब स्रोतों की सूची और उनकी मरम्मत।
- कंट्रोल रूम का गठन और समन्वय सुनिश्चित करना।
- नगरीय क्षेत्रों में प्याऊ की व्यवस्था।
- निराश्रित पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था।
निष्कर्ष: डूंगरपुर में हीटवेव अलर्ट
डूंगरपुर प्रशासन ने हीट वेव से पहले ही व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। जल संकट से निपटने, बिजली आपूर्ति बनाए रखने और चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विभागीय समन्वय और त्वरित कार्यवाही पर जोर दिया गया है।
जनता से भी अनुरोध है कि वे किसी भी असुविधा या समस्या की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें और सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।